tag:blogger.com,1999:blog-2015267884541711331.post4977329589106235693..comments2023-10-20T04:35:01.062-07:00Comments on kuch mann ki: सड़क दुर्घटनाएं-कारण और निवारणRAdhikahttp://www.blogger.com/profile/01016180857454064135noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-2015267884541711331.post-73896374815941130492018-11-18T02:35:04.207-08:002018-11-18T02:35:04.207-08:00Huh .. ye sarkar ki nhi balki insano ki laprwahi k...Huh .. ye sarkar ki nhi balki insano ki laprwahi ki wajah se h<br />Unknownhttps://www.blogger.com/profile/18206209707083577377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015267884541711331.post-81263586790921981372018-11-18T02:35:01.679-08:002018-11-18T02:35:01.679-08:00Huh .. ye sarkar ki nhi balki insano ki laprwahi k...Huh .. ye sarkar ki nhi balki insano ki laprwahi ki wajah se h<br />Unknownhttps://www.blogger.com/profile/18206209707083577377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015267884541711331.post-54559255411906951602018-07-22T23:21:50.455-07:002018-07-22T23:21:50.455-07:00Ye Sab kab badle GAYe Sab kab badle GAAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/12047819376727406620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015267884541711331.post-6601769745097605492018-01-05T22:37:09.113-08:002018-01-05T22:37:09.113-08:00Exactly. ��
Exactly. ��<br /><br />Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015267884541711331.post-50773626040838850702017-11-29T02:07:15.889-08:002017-11-29T02:07:15.889-08:00Really it is a true essay
Really it is a true essay<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09311234387098002579noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015267884541711331.post-7669889611279835682015-11-16T01:30:49.406-08:002015-11-16T01:30:49.406-08:00Each word is right
Each word is right<br />palaknoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015267884541711331.post-41094811367976571322015-04-04T07:08:12.739-07:002015-04-04T07:08:12.739-07:00देश में हर रोज की होने वाली मौतों को बचाओ
...देश में हर रोज की होने वाली मौतों को बचाओ<br /><br /> (((मुश्किल से मिलता है हेलमेट)))<br />सरकार की कमियों की वजह से हर रोज 400 -500 मौतें होती हैं <br /> और<br /> इसके इलावा जो लोग बिस्तर के हो जाते हैं वो अलग से परेशान होते हैं <br /><br /> क्षतिग्रस्त सड़क, सफाई व्यवस्था बदहाल<br /><br /> हर दिन परेशानियो का सामना करना पड़ता है<br /><br />क्या शहर आपके नगर परिषद कोई खास रूचि नहीं ले रहा है<br /><br />दुर्घटनाओं में न केवल मौतें होती हैं पर बहुत से लोग अपाहिज भी हो जाते हैं<br /> हर मौत के पीछे कम से कम पंद्रह लोग अपाहिज होते हैं<br /><br />गलत ढंग से गाड़ी चलाने वाले ड्राइवरों पर कानूनी कारवाई न होने के कारण होती हैं<br /><br />सड़कों पर जैसे जैसे आबादी और वाहन बढ़ते जा रहे हैं वैसे वैसे सड़क दुर्घटनाओं में भी तेजी से बढोतरी हो रही है.<br /><br />हादसे के बारे में मैंने जितना सोचा, जितना जाना, उसका कुल मतलब इतना ही निकला कि हादसे पर इंसान का वश नहीं होता. होता तो हादसा ही क्यों होता? कौन चाहेगा कि कोई हादसा उसके साथ हो जाए. तो इतना मान लीजिए कि जो रहा है उसके पीछे कोई सत्ता, कोई नियामक बॉडी काम कर रही है<br /><br />कुछ हादसे ड्राईवर की भूल से होते हैं, जैसे ड्राईवर को नींद आ जाने से. ज्यादातर मामले किसी को बचाने में भी होते हैं, जैसे अचानक किसी गाड़ी, व्यक्ति या किसी जानवर के सामने आ जाने से… इससे बचने के लिए सभी गाड़ी मालिकों को मिलकर या सरकार को माह में एक बार ड्राईवर के लिए ट्रेनिंग कैंप लगवाना चाहिए, जिससे ड्राइवर ऐसी स्थिति का सामना करने के लिए मानसिक तौर से मजबूत रहें.<br /><br />हिंदुस्तान में हर एक मिनट पर एक सड़क दुर्घटना हो रही है और इसके चलते हर चार मिनट पर एक मौत हो रही है<br /><br />लोग इन दुर्घटनाओं में जिंदगी भर के लिए विकलांग हो जाते हैं उससे देश को सालाना 75 हजार करोड़ रुपए के नुकसान होने का अनुमान लगाया है।<br /><br />शराब पीकर गाड़ी चालने वाले चालकों पर गंभीर मामलों में कारावास की सजा दी जाए और अनिवार्य रूप से उसका लाइसेंस रद्द किये जायें तभी सड़क दुर्घटनाओं को किया जा सकता हैं <br /><br />राह पर चलता हुआ इंसान मानो कोई कीट पतंगा सा बनकर रह गया है<br /><br />क्रेजी रोड न्यूज़ <br />07206066770CRAZY ROAD NEWShttps://www.blogger.com/profile/02533263884340030142noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015267884541711331.post-77739161502050923122014-03-29T20:29:58.996-07:002014-03-29T20:29:58.996-07:00Bahut hi samayi aur sarthak lekh....aaj nishchit r...Bahut hi samayi aur sarthak lekh....aaj nishchit roop se ham sabhi ko is didha me dhyan dene ki jarurat hai....<br />shubhkamnayen.<br />Poonamपूनम श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09864127183201263925noreply@blogger.com