किसी दर्द की तरह तुम आये थे....
किसी दर्द की ही तरह तुम चले गए....
ना कभी मैंने चाहा तुम आओ
ना कभी मैंने चाहा की तुम जाओ ....
किसी दर्द की ही तरह तुम चले गए....
ना कभी मैंने चाहा तुम आओ
ना कभी मैंने चाहा की तुम जाओ ....
पर उस वक़्त के दरम्या में
एक अहसास का समंदर ....भर गया मन में
हिलोरे मारता रहता.... जो कभी कभी.....
जो कभी कभी...
एक अहसास का समंदर ....भर गया मन में
हिलोरे मारता रहता.... जो कभी कभी.....
जो कभी कभी...