रविवार, 13 नवंबर 2016

कभी कभी

किसी दर्द की तरह तुम आये थे....
किसी दर्द की ही तरह तुम चले गए....
ना कभी मैंने चाहा तुम आओ
ना कभी मैंने चाहा की तुम जाओ ....
पर उस वक़्त के दरम्या में
एक अहसास का समंदर ....भर गया मन में
हिलोरे मारता रहता....       जो कभी कभी.....
            जो कभी कभी...


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