कैसे खेलूँ कान्हा संग होरी
रंग कौन लगाये मोहे
हौले हौले चोरी चोरी
नैनों से बतियाँ कर ले जो
अधरों में मुस्कान हो थोरी
लाल हरे नीले रंगों से
सारी कौन भिगोये मोरी
कैसे खेलूँ कान्हा संग होरी
मीठी मीठी बातें बोले
और एकदम से बांह मरोरे
भर के अपने आलिंगन में
रंग दे तन की बगिया ये … कोरी
कैसे खेलूँ कान्हा संग होरी।।।।।।
रंग कौन लगाये मोहे
हौले हौले चोरी चोरी
नैनों से बतियाँ कर ले जो
अधरों में मुस्कान हो थोरी
लाल हरे नीले रंगों से
सारी कौन भिगोये मोरी
कैसे खेलूँ कान्हा संग होरी
मीठी मीठी बातें बोले
और एकदम से बांह मरोरे
भर के अपने आलिंगन में
रंग दे तन की बगिया ये … कोरी
कैसे खेलूँ कान्हा संग होरी।।।।।।
©Radhika Bhandari
Woww,,....what a choice of words & language...!!
जवाब देंहटाएंBrij ke lokgeet yaad aa gaye :) !!
Superb stuff. You have written it , It is so very expressive that we can understand each & every word.