होली के रंग
रंग बिरंगी आई होली
खुशियों की बौछारें लेकर
फागुन की है छटा निराली
रंग बसन्ती छाये घर घर .......
तुम भी खेलो हम भी खेलें
तन मन रंग लेंगे हम सब
भूल जाएँ हम शिकवे सारे
पूरा हो त्यौहार ये तब .......
नील गगन सा नीला रंग हो
या पत्ते सा हरा भरा
चाहें हो मुस्कान गुलाबी
सतरंगी लागे पूरी धरा .......
इंद्रधनुष जब छा जायेगा
रंगों की इस धूम धाम में
जीवन खिल खिल जायेंगे तब
धरती कि इस धूप छाँव में .......
रंग बिरंगी आई होली
खुशियों की बौछारें लेकर
फागुन की है छटा निराली
रंग बसन्ती छाये घर घर .......
तुम भी खेलो हम भी खेलें
तन मन रंग लेंगे हम सब
भूल जाएँ हम शिकवे सारे
पूरा हो त्यौहार ये तब .......
नील गगन सा नीला रंग हो
या पत्ते सा हरा भरा
चाहें हो मुस्कान गुलाबी
सतरंगी लागे पूरी धरा .......
इंद्रधनुष जब छा जायेगा
रंगों की इस धूम धाम में
जीवन खिल खिल जायेंगे तब
धरती कि इस धूप छाँव में .......
©Radhika Bhandari
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