शुक्रवार, 29 मई 2015

मेरे बच्चे

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मेरी जीत भी तुम
मेरी हार भी तुम
जीवन के हर पथ पे
फूलों की बहार भी तुम

मेरी आँख का आंसू
मेरे चेहरे का नूर
जीवन के हर पथ पे
मेरे गालों की मुस्कान भी तुम

जीवन का चढ़ाव भी तुम
जीवन का उतार भी तुम
जीवन के हर पथ पे
ममता नदी  का बहाव भी तुम

आनंद का आकाश भी तुम
दर्द का दरिया भी तुम
जीवन के हर पथ पे
भावनाओं का ब्रह्माण्ड भी तुम 

मेरी जीत भी तुम
मेरी हार भी तुम
जीवन के हर पथ पे
फूलों की बहार भी तुम। …  

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