शनिवार, 12 अप्रैल 2014

राजदुलारा

राजदुलारा

छोटा सा नन्हा सा, मेरी आँखों का तारा
खुशियों से भर देता मन ,मेरा राजदुलारा
आज उसकी बातों से आया आँखों में पानी
उल्लास  के अश्रुओं ने मेरी एक न मानी
हँसते हँसते रो पडी मैं …रोते रोते हंस दी
मेरी तो जीवन की कहानी उस ने पूरी कर दी
सिमट गई  इक पल में जैसे जीवन की पूरी कहानी
नैनो में चमके मेरे जैसे अमृत सा पानी
माँ बन कर महसूस हुआ मै बनी कहीं की रानी
उसकी मीठी बातों से होती मुझको हैरानी ……

©Radhika Bhandari



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