रविवार, 9 जनवरी 2022

क्या कोई भुला पाता जाने वाले को

 लोग आते हैं 

समय चलता जाता है 

जीवन की राह में 

प्यार बढ़ता जाता है 

और क्षण भंगुर जीवन में

 जो चला जाए कोई 

तो यकीन मानिए 

बहुत याद आता है 

स्मृति के पटल पर पर्दा 

खुल जाता है 

जो था अपने संग 

वह फिर  उस पर दिख जाता है 

पल भर को आंखें नम 

और चेहरे पर हंसी आती है

क्योंकि उसके साथ बिताया 

हर क्षण समक्ष हो जाता है 

यादें और समय का 

बड़ा अटूट नाता है 

मिश्री से घुली यादों की बर्फ 

समय ही जमाता है

 पीछे देखे तो सारी कहानी 

चलचित्र सी लगे 

वह जो चला गया 

सच कहती हूं बहुत याद आता है 

मैं नहीं कहती की यादों में इंसान 

हर पल आंसू बहाता है 

क्योंकि जीवन चलने के सच से ही 

अवगत कराता है 

पर जरा टटोलकर देखिए दिल मेरे दोस्तों 

क्या कोई जाने वाले को पूर्णतया भुला पाता है 

पूर्णतया भुला पाता है

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